पति-पत्नी को परिवार का दो पहिया माना जाता है। कहा जाता है कि दोनों के आपसी मेल-जोल के कारण परिवार नाम की एक कार चलती है। पति के जीवन में पत्नी का विशेष महत्व होता है।
कहा जाता है कि अगर पत्नी भाग्यशाली होती है तो पति का जीवन अपने आप सुखी हो जाता है। लेकिन एक दोषपूर्ण पत्नी पति के सुखी जीवन और घर को नर्क बना सकती है। चाणक्य नीति के अनुसार जिस स्त्री में पांच गुण होते हैं वह हमेशा अपने पति के साथ भाग्यशाली होती है।
1. धर्म के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति :- शास्त्रों के अनुसार धर्म के मार्ग पर चलने वाली स्त्री अपना जीवन जीती है। यानी ईश्वर में आस्था रखने वाली महिला के घर में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं। ऐसी महिला के पति से परिवार भी खुश रहता है।
2. जिनकी इच्छाएं सीमित होती हैं– चाणक्य कहते हैं कि जिस स्त्री की सीमा सीमित होती है उसका पति भाग्यशाली होता है। कई बार पति महिलाओं की इच्छाओं को पूरा करने के लिए गलत काम करते हैं। ऐसे में उसके लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। अगर किसी महिला की सीमित इच्छाएं और संतुष्टि होती है तो उसका पति खुश रहता है।
3. धैर्य – चाणक्य के अनुसार, जो महिला धैर्यवान होती है वह हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होती है। उनके पति का जीवन हमेशा खुशहाल रहेगा।
4. क्रोधित न हों– आचार्य चाणक्य का मानना है कि जो पति कम क्रोधित होता है उसके जीवन में सुख होता है।
5. मीठा बोलने वाला– चाणक्य कहते हैं कि जिस स्त्री की वाणी में मधुरता नहीं होती वह अपने पति को संकट में डाल सकती है। पत्नी की भाषा और वाणी मधुर हो तो पति का जीवन सुखमय होता है।